संसार का प्रत्येक जीव प्रतिक्षण आनंद की प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील है Every living organism in the world strives for the attainment of bliss
प्रत्येक मनुष्य बेहतर जीवन की लिए प्रयत्नशील है। आज हम सब लोग एक ही काम अर्थात संग्राम कर रहे है जो रोगी है। वे अपना रोग दूर करने की कोशिश कर रहा है। जिनके पास रोजगार नहीं है । वे उसकी तलाश में है । इस संसार में प्रत्येक जिव प्रत्येक प्रत्येक कर्म आनंद प्राप्ति की लिए करता है। इस प्रकार प्रत्येक मनुष्य किसी न किसी काम में लगा हुआ है और एक न एक दिन इसी काम को पूर्ति में अपना जीवन ब्यतीत कर देते है।
Every living organism in the world strives for the attainment of bliss
Every human is striving for a better life. Today all of us are doing the same work, that is, the patient. He is trying to cure his disease. Those who do not have employment. They are looking for him. In this world, every living person performs every action to attain bliss. In this way, every man is engaged in some work and spends his life in fulfillment of this work one day or the other.
संसार में कोई किसी का मित्र है और कोई किसी का शत्रु। सद्व्यवहार से लोग मित्र बन जाते है और दूरब्यहार से शत्रु । उसका दूसरा अर्थ होता है की मनुष्य जिसे चाहे मित्र बना सकता है और जिसे चाहे शत्रु। शत्रु और मित्र भी जीवन में अपने कर्मों के अनुसार मिलते है। इसलिए हमें कर्मों की ओरे हमेशा सजग रहना चाहिए कभी भी बुरे कर्मों की ओर प्रवृत नहीं होना चाहिए ।
Somebody in the world is someone's friend and someone's enemy. People become friends with good behavior and enemies with remoteness. Its second meaning is that human beings can make friends whatever they want and enemies. Enemies and friends also meet in life according to their deeds. Therefore we should always be aware of the deeds and never be inclined towards bad deeds.
दयालु ह्रदय प्रसन्नता का फब्बारा है जो कि पास की प्रत्येक वस्तु की मुस्कुरानों से भरकर ताजा बना देता है।
दयालुता वह सोने की जंजीर है जिसके द्वारा समाज बंधा है।
A kind heart is a blossom of happiness that freshens up everything nearby to make it fresh. Kindness is the chain of gold by which society is bound.
Somebody in the world is someone's friend and someone's enemy. People become friends with good behavior and enemies with remoteness. Its second meaning is that human beings can make friends whatever they want and enemies. Enemies and friends also meet in life according to their deeds. Therefore we should always be aware of the deeds and never be inclined towards bad deeds.
दयालु ह्रदय प्रसन्नता का फब्बारा है जो कि पास की प्रत्येक वस्तु की मुस्कुरानों से भरकर ताजा बना देता है।
दयालुता वह सोने की जंजीर है जिसके द्वारा समाज बंधा है।
A kind heart is a blossom of happiness that freshens up everything nearby to make it fresh. Kindness is the chain of gold by which society is bound.
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