मनुष्य का जीवन, मनोवैज्ञानिक, आर्थिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, स्वास्थ्यवर्धक, लक्ष्य के निर्धारण पर आधारित होना चाहिए
Man's life should be based on psychological, economic, social, spiritual, healthy, goal setting
जीवन के मनोवैज्ञानिक पक्ष
रिटायरमेंट के भय से भयभीत न हों।
मन को तनावग्रस्त न होने दें।
अधूरे दायित्वों को पूरा करने का प्रयास करें।
दूसरों पर निर्भर होने के भय से ग्रस्त न हों।
मन को दुर्बल ना होने दें।
एक ला चलो के सिद्धांत को अपनायें।
परिवार में समान की कमी को लेकर परेशान न हों।
स्वास्थ्य को लेकर चिंता ना करें।
परतंत्रता को स्वीकार ना करें।
अधिकार में कमी को लेकर चिंतित ना हों।
Psychological side of life
Do not be afraid of retirement.
Do not let the mind be stressed.
Try to fulfill incomplete obligations.
Do not suffer from the fear of being dependent on others.
Do not let the mind become weak.
Adopt the principle of a la Chalo.
Do not worry about lack of equal in the family.
Do not worry about health
Do not accept subordination.
Do not be worried about lack of authority
जीवन में आर्थिक पक्ष
आमदनी में कमी ना होने दें।
संचित धन का उपयोग सही सलामत करें।
बजट को संतुलित बनायें।
असहाय न बनें।
किसी पर निर्भर नहीं बने। स्वाबलंबी बनें ।
चिकित्सा कोष के लिए विशेष धन कोष की ब्यवस्था करें।
दूरब्यसनों से दूर रहें।
अपनी जरूरतों को कम करें।
जमींन जायदाद को बर्बाद ना करें।
दिखावटी आयोजनों पर पैसा बर्बाद ना करें।
रिटायरमेंट से पहले अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनायें।
Economic aspect in life
Do not let the income decrease.
Use accumulated wealth properly.
Make the budget balanced.
Do not be helpless.
Do not depend on anyone. Become independent.
Arrange special funds for medical funds.
Stay away from telcos.
Minimize your needs.
Do not waste real estate.
Do not waste money on showy events.
Make your children self-sufficient before retirement.
सामाजिक पक्ष
ब्यवहार कुशल बने , मिलनसार बनें।
मित्रों की संख्या बढ़ायें।
समाजिक सेवा का जीवन का लक्ष्य बनायें।
ईमानदारी को महत्व दें।
मादक पदार्थों का सेवन न करें।
असमाजिक प्रवृतियों का विरोघ करें।
गरीब और बेरोजगार ब्यक्ति की मदद करें।
लोगों को साक्षर बनाने में मदद करें।
महिलाओं को हिंसा के विरुद्ध, महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को रोकने के पक्ष में आवाज उठायें।
बालश्रम और बाल दुर्ब्यवहार के विरुद्ध आवाज उठायें।
Social aspect
Be efficient in behavior, be sociable.
Increase number of friends.
Make social life the goal of life.
Give importance to honesty.
Do not consume drugs.
Reproduce antisocial tendencies.
Help the poor and unemployed person.
Help make people literate.
Raise voice in favor of preventing violence against women, against violence against women.
Raise voice against child labor and child abuse.
स्वास्थ्य पक्ष
नियमित ब्यायाम करें, दीर्घायु बने।
स्वस्थ भोजन, ब्यायाम को अपनायें तथा तनाव से बचें।
आराम, विश्राम और मनोरंजन पर ध्यान दें।
रात्रि में गहरी नींद लें।
शराब और तम्बाकू से बचें।
सत्संग, स्वाध्याय, ध्यान तथा योग को अपने जीवन का हिस्सा बनायें।
वर्तमान में जीएं और प्रसन्न रहें।
Health side
Exercise regularly, make longevity.
Eat healthy, adopt exercise and avoid stress.
Focus on rest, relaxation and recreation.
Have a deep sleep at night.
Avoid alcohol and tobacco.
Make Satsang, Swadhyaya, Meditation and Yoga a part of your life.
Live in the present and be happy.
आध्यत्मिक पक्ष
पूजा पाठ, आध्यत्मिक विचार, दान धन स्वरुप समझें।
धैर्य को जीवन शुद्धि का साधन मानें।
धर्म को पाखंड ना समझें।
जीवन को सफल बनाने के लिए धार्मिक जीवन जियें।
गुणों का श्रोत है धर्म।
धार्मिक बन कर जीवन की कला सीखें।
मन के अंधकार को दूर करें, सहिष्णु बनें।
Spirit party
Understand pooja lessons, spiritual thoughts, donations and other forms of wealth.
Consider patience as a means of purification of life.
Do not consider religion as hypocrisy.
Live a religious life to make life a success.
The source of virtues is religion.
Learn the art of life by becoming religious.
Remove the darkness of the mind, be tolerant.
जीवन शैली, घर पर्यवारण, ब्यक्तिगत सावधानी
दीर्घायु रहने का रहस्य , जीवन शैली में परिवर्तन, सही दृष्टिकोण रखें।
खान पान, दिनचर्या, खाली न बैठें।
जीवन पोषित आचार संहिता का पालन करें।
समय के अनुरूप अपने को बदलें।
वैज्ञानिक मानसिकता रखें।
सकारात्मक दृष्टिकोण अपनायें।
स्वस्थ मानसिकता का विकास करें।
मन की शक्ति को बढ़ायें।
दूसरों की बुराई ना करें।
विचारों को ब्यवस्थित करें।
जीवन को सरलता से लें।
कठिनाइयों का स्वागत करें।
आत्मनिरीक्षण करें ।